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वेदी क्रमांक एक 1. वेदी क्रमांक एक:-

सुंदर आकर्षक श्वेत पाषाण से 13x 15 फीट आकार मे निर्मित इस वेदी पर श्यामवर्णी पाषाण की भगवान पार्श्वनाथ की सहस्त्रफणी 7.5 फीट अवगहना मे श्री आज़ाद जैन बीड़ी वालों के अर्थ सौजन्य से प्रतिमाजी शोभायमान है साथ ही श्वेत पाषाण की दो प्रतिमाए श्री संजय जैन एवं श्री धर्मेंद्र जैन सागर द्वारा वितरित की गई है।


वेदी क्रमांक दो 2. वेदी क्रमांक दो:-

नयनाभिरम १३ x 5 फीट आकार खड़गासन शुभ्र पाषाण से निर्मित पंचबालयति प्रतिमाएँ (श्रीमति चित्रा एस.के. जैन के अर्थ सहयोग से वेदी खड़गासन प्रतिमाएँ श्री राजेंद्र सुतवाला परिवार इंदौर, श्री जगदीशजी शालीमार बाग, दिल्ली; श्री मनोज बाकलीवाल इंदौर के अर्थ सौजन्य से निर्मित) आत्मकल्याण की प्रेरणा दे रही है।


वेदी क्रमांक तीन 3. वेदी क्रमांक तीन :-

भूतल से 35 फीट की ऊंचाई पर श्वेत पाषाण से निर्मित फण युक्त श्री पार्श्वनाथ भगवान का जिनबिम्ब अन्य चार पदमासन श्वेत पाषाण की प्रतीमाओं चोबीसी सहित यहाँ विराजमान है । यह श्री खेमचंद सोंरई वालों, पं श्री रतनलालजी, श्रीमति किरणजी अशोक जी (सी.ए.), श्री राजेश जैन पुष्पक रेस्टोरेन्ट के अर्थ सौजन्य से स्थापित की गई है।


मदिर शिखर 4. मदिर शिखर:-

भूतल से 108 फुट ऊंचा कलापूर्ण भव्य शिखर श्री सुरेश कस्तूरचंदजी जैन दोतड़ा वाले, रामगंज मंडी वालों द्वारा बनवाया गया है।