मंदिर आश्रम से 2000 मीटर दूर ए.बी.रोड़ के पार्श्व मे जैन धर्म और संस्कृति संबंधी प्राणीमात्र के कल्याणकारी सिद्धांतो, उद्देश्यों सह महावीर वाणी को जन जन तक पंहुचाने वाले संदेश अंकित भव्य द्वारों का निर्माण कराया । अभी निर्माण की अनुमति मिल जाने पर अस्थायी द्वारों का निर्माण किया गया है।