आत्मकल्याणार्थ त्यागी-व्रती साधकों के लिए आवास, आहार, स्वाध्याय एवं साधना की सुविधा से संयुक्त 50 x 60 फीट आकार मे 8 कक्षों एवं भोजनशाला का निर्माण के लिए हो चुका है।